राष्ट्रपति चुनावों के लिए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर में एक बैठक की. इस बैठक में फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती समेत कई नेता शामिल हुए. बैठक में सिन्हा ने फारूख अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती को देश का सबसे बड़ा राष्ट्रवादी नेता बताया.
फारूक और महबूबा को बताया राष्ट्रभक्त
यशवंत सिन्हा ने कहा कि, “हमारे जो भी लोग यहाँ बैठे हैं, फारूक साहब और महबूबा जी को मिला कर इनसे बड़ा कोई राष्ट्रभक्त नहीं है. अगर ये राष्ट्रवादी नहीं हैं तो फिर देश में कोई राष्ट्रभक्त नहीं है. मेरी प्राथमिकताओं में से एक सरकार से कश्मीर मुद्दे को स्थायी रूप से हल करने और शांति, न्याय, लोकतंत्र, सामान्य स्थिति बहाल करने और जम्मू-कश्मीर के प्रति शत्रुतापूर्ण विकास को समाप्त करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का आग्रह करना होगा.”
जम्मू-कश्मीर में सबकुछ सामान्य नहीं
सिन्हा ने कहा कि, “मैं यहां अपने राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के लिए आया हूं. मैं पवित्र अमरनाथ जी गुफा में बादल फटने से प्रभावित लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. जम्मू कश्मीर के हालात ठीक नहीं हैं. देश भर में नकली तस्वीरों को उजागर किया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में सबकुछ सामान्य है जो वास्तविकता से बहुत दूर है.”
18 जुलाई को होना है राष्ट्रपति का चुनाव
आपको बता दें कि विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद से यशवंत सिन्हा लगातार विपक्ष के नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है. चुनाव आयोग ने 18 जुलाई को 16वें राष्ट्रपति चुनाव कराने का फैसला लिया है. वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी. जिसके बाद 25 जुलाई को भारत को नया राष्ट्रपति मिल जाएगा.