लखनऊ – एसीईओ ग्रेटर नोएडा से विशेष सचिव एपीसी ब्रांच में स्थानांतरित किये गये अमनदीप डुली, IAS 2015 तथा विशेष सचिव खाद्य एवं रसद व नियंत्रक बाट माप के पद भेजे गये प्रभाष कुमार, IAS 2017, ने अभी तक नये पदों पर ज्वाइन नहीं किया है ! ऐसा कर ये अफसर सीएम की जीरो टालरेंस की नीति को पलीता लगा रहे हैं.
मुख्यमंत्री के स्तर तक पहुंची शिकायतों के आधार पर दोनों विवादित आईएएस अफसरों का तबादला क्रमशः 2 सितंबर और 28 सितंबर को जारी हुआ था !
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर विवादित छवि के आईएएस प्रभाष कुमार को नोएडा अथॉरिटी से रातों रात हटाया गया था.
सूत्रों ने बताया कि पूर्व सीइओ नोएडा ऋतु माहेश्वरी के समय से नोएडा में तैनात प्रभाष की तमाम गड़बड़ियों व अनियमितताओं की शिकायतें सीएम योगी तक लगातार पहुंच रही थीं. बाद में सीएम के निर्देश पर उन्हें नोएडा से स्थान्तरित कर दिया गया.
2017 बैच के आईएएस प्रभाष कुमार का विवादों से पुराना नाता है. लखनऊ सीडीओ रहते हुए तत्कालीन डीएम अभिषेक प्रकाश से मीटिंगों में तू तू मैं मैं भिड़ंत कर चुके हैं प्रभाष!
इसके बावजूद अति गोपनीय आदेश के तहत हटाये गये प्रभाष कुमार को नोएडा से हटाते हुए खाद्य रसद विभाग में विशेष सचिव व नियंत्रक बाट माप जैसे अहम पद पर तैनात कर दिया गया है. पर अब उन्हें यह पद भी रास नहीं आ रहा है.
ऐसे में उच्चाधिकारियों को अंधेरे में रखकर ऐसे विवादित अफ़सरों को महत्त्वपूर्ण जगहों पर पोस्ट कराने वाले बड़े अफ़सरों से भी सीएम योगी काफ़ी नाराज़ बताये जा रहे हैं. इसे देख ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यूपी ब्यूरोक्रेसी में महत्वपूर्ण फेरबदल हो सकते हैं