उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार (21 जुलाई 2022) को लोकभवन में पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना का शुभारम्भ किया. इस दौरान सीएम योगी ने योजना के 10 लाभार्थियों को प्रतीकात्मक स्टेट हेल्थ कार्ड प्रदान किया. कार्यक्रम के दौरान पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गयी.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए करते हुए सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप एस0ई0सी0सी0 डाटा के आधार पर ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ आयुष्मान भारत के तहत गरीब परिवारों को 05 लाख रुपये तक का चिकित्सा बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा है. प्रदेश के अन्त्योदय परिवारों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में 05 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा कवर उपलब्ध कराया गया है. उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के पंजीकृत श्रमिकों को भी 05 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा है.
सीएम योगी ने कहा, हमारी सरकार ने पिछले कार्यकाल में ही सम्बन्धित विभाग को राज्य कर्मचारियों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये थे. पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना के माध्यम से राज्य कर्मचारियों, पेंशनर्स तथा उनके आश्रितों को सरकारी चिकित्सा संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों एवं सरकारी चिकित्सालयों में बिना किसी वित्तीय सीमा के कैशलेस चिकित्सा सुविधा मिलेगी. साथ ही, आयुष्मान भारत योजना के तहत इम्पैनल्ड चिकित्सालयों में 05 लाख रुपये तक की कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी. इन चिकित्सालयों में निर्धारित सीमा से अधिक का व्यय आने पर उसकी व्यवस्था की जाएगी.
उन्होंने कहा कि, राज्य सरकार अपने कार्मिकों को कार्मिक नहीं, परिवार का हिस्सा मानती है. इसी भाव के साथ प्रदेश सरकार राज्य कर्मचारियों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराती है. राज्य कर्मचारियों के परिश्रम का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश एक सुदृढ़ अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है. उत्तर प्रदेश समृद्ध होगा, आर्थिक रूप से सुदृढ़ व सशक्त होगा, तो इसका लाभ राज्य के प्रत्येक निवासी के साथ ही प्रदेश के कर्मचारियों को भी प्राप्त होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी एक वैश्विक चुनौती थी. इस दौरान देश की विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा कर्मचारियों को किये जाने वाले भुगतान में कटौती की गयी, किन्तु प्रदेश सरकार ने कोरोना काल खण्ड में भी कर्मचारियों से किसी प्रकार की कटौती नहीं की. साथ ही, वेतन तथा पेंशन आदि का समय पर भुगतान सुनिश्चित किया. उन्होंने कहा कि, कोरोना काल खण्ड में भी प्रदेश सरकार ने बिना रुके, बिना डिगे, बिना झुके कार्य किया. इस दौरान राजकीय कर्मचारियों ने कोरोना संक्रमण की चुनौती का सामना करने में सराहनीय ढंग से कार्य किया. इस चुनौती के बाद हम सभी को मिलकर परिणाम देना होगा, जिससे प्रदेश आर्थिक समृद्धि के पथ पर तेजी से अग्रसर हो सके.