लीना मणिमेकलाई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर को लेकर देश भर में विरोध हो रहा है. फिल्म के पोस्टर में माँ काली को सिगरेट पीते और एलजीबीटीक्यू का झंडा पकड़े हुए दिखाया गया है. फिल्म निर्माता लीना पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है.
वहीं, लीना मणिमेकलाई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर पर भारत की आपत्ति के बाद कनाडा के आगा खान म्यूजियम ने माफी मांगी है. म्यूजियम की तरफ से अनजाने में हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने के लिए खेद व्यक्त किया है. बता दें कि डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ का प्रेजेंटेशन इसी म्यूजियम में किया गया था.
आगा खान म्यूजियम ने बयान जारी कर कहा है कि “टोरंटो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी का प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन आगा खान म्यूजियम में आयोजित किया गया था. ‘अंडर द टेंट’ प्रोजेक्ट के तहत म्यूजियम में 18 शॉर्ट वीडियो में से एक और इसके साथ जुड़ी सोशल मीडिया पोस्ट ने अनजाने में हिंदुओं और अन्य लोगों को ठेस पहुँचाई है. अब इस फिल्म को म्यूजियम में नहीं दिखाया जाएगा. म्यूजियम का मिशन कला के माध्यम से अलग-अलग सांस्कृतियों के बीच समझ और संवाद को बढ़ावा देना है. विविध धार्मिक अभिव्यक्तियों और आस्था का सम्मान मिशन का एक अभिन्न अंग है.” आपको बता दें कि इससे पहले भारतीय दूतावास नें टोरंटो में आयोजकों से फिल्म ‘काली’ से जुड़ी सभी आपत्तिजनक सामग्री हटाने की अपील की थी.
गौरतलब है कि फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई ने शनिवार 2 जुलाई 2022 को डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ का विवादित पोस्टर ट्विटर पर शेयर किया था. इस पोस्टर के सामने आने के बाद लीना पर हिन्दू धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप लगने लगे. यूपी सहित देश के कुछ अन्य हिस्सों में फिल्म निर्माता लीना के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है. आपको बता दें कि लीना ने साल 2002 में शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री ‘मथम्मा’ से अपने करियर की शुरुआत की थी. काली के अलावा उनकी पिछली कई फिल्में जैसे ‘सेंगडल’, ‘पराई’, ‘व्हाइट वैन स्टोरीज’ भी विवादों का हिस्सा रह चुकी हैं.