उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने बेहद ही सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अफसरों से शहर के हालात की जानकारी ली. साथ ही सख्त हिदायत देते हुए कहा कि कानपुर की इस घटना में बिना किसी रियायत के कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. प्रदेश में शांति का माहौल बिगाड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाए.
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन FIR दर्ज की हैं. एफआईआर में 40 नामजद और 1 हजार अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है. जानकारी के मुताबिक, पुलिस अब तक 35 से ज्यादा आरोपियों को हिरासत में ले चुकी है. बता दें, कानपुर में शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद बेकनगंज इलाके में पुलिस अलर्ट पर है. भारी संख्या में पुलिस बल सड़क से लेकर गलियों में लगातार पैदल मार्च कर रहे हैं. कानपुर पुलिस कमिश्नर ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि कानपुर में हुई हिंसा के पीछे PFI या किसी अन्य संगठन की साजिश को भी खंगाला जा रहा है. पुलिस का कहना है कि घटना में शामिल किसी भी साजिशकर्ता या संगठन को बख्शा नहीं जाएगा. मामले में गिरफ्तारी जारी है.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले दिल्ली बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैंगबर मुहम्मद पर एक कथित बयान दिया था. जिससे कट्टरपंथी मुस्लिम नाराज है. इसी को लेकर उन्होंने शुक्रवार को बाजार बंद का आह्वान किया था. लेकिन हिंदू पक्ष ने शुक्रवार को बाजार बंद करने का विरोध किया तो मुस्लिम पक्ष के लोग उग्र हो गए और पत्थरबाजी करने लगे. यतीम खाने के पास शुरू हुआ बवाल धीरे-धीरे परेड, नई सड़क समेत कई इलाकों में फैल गया. वहीं, पुलिस ने जब उपद्रवियों को रोकने की कोशिश की तो उन पर भी पत्थर फेंके गए. हमले में 6 हिंदू घायल हो गए.
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि सीसीटीवी की मदद से उपद्रवियों की पचहान की जा रही है. इसके लिए वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे है. वीडियो फुटेज के आधार पर कई उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, घटना में घायल हुए लोगों का इलाज जारी है.