महाराष्ट्र की सियासत में मची उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है. गुवाहाटी में डेरा डाले एकनाथ शिंदे के पास 7 और विधायकों के पहुंचने की खबर है. दावा है कि उनके साथ अब कुल 42 विधायक हैं. शिंदे के समर्थन में लगातार बढ़ती विधायकों की संख्या उद्धव सरकार के बड़ा खतरा साबित हो सकती है. शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिंदे पर विधायकों का अपहरण करने का आरोप लगाया है.
हम सत्ता छोड़ने के लिए तैयार- संजय राउत
संजय राउत ने कहा कि फ्लोट टेस्ट हुआ तो जीत हमारी होगी. उन्होंने कहा कि विधायक चाहेंगे तो शिवसेना महाविकास अघाड़ी गठबंधन से अलग होने को तैयार है. विधायकों को गुवाहटी से संदेश नहीं देना चाहिए. वे लोग मुंबई वापस आकर बात करें, सीएम से चर्चा करें. एकनाथ शिदें के साथ मौजूद सभी विधायकों को अगर लग रहा है कि उनको NCP और कांग्रेस के साथ नहीं रहना है तो आप यहां मुंबई आकर उद्धव ठाकरे के साथ चर्चा करें. हम सत्ता छोड़ने के लिए तैयार हैं. मैं शिंदे और उनके विधायकों को आनेवाले 24 घंटे का समय देता हूं.
NCP ने की बड़ी बैठक
वहीं, इससे पहले महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच NCP ने बड़ी बैठक की है. बैठक के बाद NCP प्रमुख शरद पवार ने संकेत दिए है कि सत्ता जाने के बाद आगे के संघर्ष के लिए तैयार रहें. NCP प्रमुख के आवास पर हुई बैठक में उप मुख्यमंत्री अजित पवार, राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल, मंत्री जयंत पाटील, जितेंद्र अव्हाड, नेता सुनील ततकारे मौजूद रहे. बैठक के दौरान शरद पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का साथ देने की बात कही है. वहीं, विधायकों की बगावत के बीच शिवसेना ने भी गुरुवार को एक अहम बैठक बुलाई थी. जिसमें केवल पार्टी के 12 विधायक ही पहुंचे.
आपको बता दें कि, बीते बुधवार को भी महाराष्ट्र में हाईवोल्टेज सियासी ड्रामा देखने को मिला. दिनभर सियासी उठापटक के बाद शाम को सीएम उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री आवास छोड़कर मातोश्री अपने घर पहुंच गए. बुधवार को उद्धव ठाकरे ने फेसबुक पर लाइव आकर शिवसेना के बागी विधायकों को सीधा संदेश दिया. इस दौरान उद्धव ने कहा कि कोई गद्दारी करने की जगह सीधे आकर उसने बात करे. अगर पार्टी नेता कहें तो वे इस्तीफा देने को तैयार हैं. फिलहाल ठाकरे ने सीएम पद नहीं छोड़ा है.