Monday, November 7, 2022
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    लोग पार्टी में 40-40 साल रहते हैं फिर भाग जाते हैं, हम रोड-फ्लोर दोनों टेस्ट के लिए तैयार- संजय राउत

    सुप्रीम कोर्ट आज बागी एकनाथ शिंदे गुट की दो अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई करेगा. दोनों ही याचिकाओं में महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर के फैसले को चुनौती दी गई है.

    महाराष्ट्र में जारी सियासी युद्ध में अब सुप्रीम कोर्ट की एंट्री हो गई है. सुप्रीम कोर्ट आज बागी गुट की दो अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई करेगा. दोनों ही याचिकाओं में डिप्टी स्पीकर के फैसले को चुनौती दी गई है. कोर्ट में एकनाथ शिंदे की तरफ से वकील हरीश साल्वे दलील रखेंगे. वहीं उद्धव सरकार की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी और देवदत्त कामत पैरवी करेंगे.

    शिवसेना नेता संजय राउत ने बीते रविवार को दिए गए ‘जिंदा लाश’ वाले बयान पर सफाई दी है. संजय राउत ने मीडिया के सामने कहा किजो लोग पार्टी में 40-40 रहते हैं. और फिर भाग जाते हैं, उनका तो जमीर मर गया है, तो उसके बाद क्या बचता है? जिंदा लाश. यह राममनोहर लोहिया साहब के शब्द हैं. मैंने किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का काम नहीं किया, मैंने सिर्फ सत्य बोला है.

    संजय राउत आगे कहते हैं कि हम लोग रोड टेस्ट और फ्लोर टेस्ट दोनों के लिए तैयार हैं. राउत ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन लोगों ने कश्मीर में महबूबा मुफ्ती के साथ हाथ मिलाया वो हमपर कमेंट न करें. साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी शिवसेना के बागी विधायकों के संपर्क में हैं.

    वहीं, इससे पहले रविवार 26 जून को शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने एक बार फिर उद्धव ठाकरे सरकार पर निशाना साधा. शिंदे ने ट्वीट कर बाला साहब ठाकरे के सिद्धान्तों की याद दिलाते हुए कई सवाल खड़े किए. शिंदे ने ट्वीट कर कहा कि “मुंबई बम ब्लास में निर्दोषों की हत्या करने वाले और दाऊद इब्राहिम से रिश्ता रखने वालों का हिन्दू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे की शिवसेना कैसे समर्थन कर सकती है? हमने अपने कदम इसी के खिलाफ उठाए हैं. शिंदे आगे लिखते हैं कि अगर हमें मौत भी आती है तो कोई दिक्कत नहीं है.

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