राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने कहा है कि सेना में लोग केवल पैसे के लिए नहीं जाते हैं. वे देश की सेवा और रक्षा के जज्बे के साथ इसमें शामिल होते हैं. उनके इस बयान के साथ ही ‘अग्निपथ योजना’ पर चल रहे सारे प्रश्न चिन्हों पर विराम लगा गया है. दरअसल, उन्होंने अग्निपथ योजना को लेकर एक इंटरव्यू के दौरान देश के समक्ष खुलकर अपनी यह बात रखी है.
अजीत डोभाल ने बताया कि ‘एज पर एज द मैसेज टू द यूथ इज कंसर्न, ये मैसेज बड़ा क्लियर होना चाहिए कि सेना में जो लोग जाते हैं वो केवल पैसे के लिए नहीं जाते. वो एक जज्बे के साथ जाते हैं. उनमें देशप्रेम होता है, राष्ट्र भक्ति होती है, यौवन की शक्ति होती है. वे इसके अंदर अपने आपको इन्वेस्ट करते है और सोचते हैं कि हम देश के लिए क्या कर सकते हैं. अगर ये भावना नहीं है तो आप इस करियर के लिए नहीं बने हैं. इसमें हम केवल ऐसे लोगों को ही चाहते हैं.’
भविष्य में आस्था रखिए, अपने आप पर विश्वास रखिए
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कहते हैं कि अगर आपको अपने ऊपर विश्वास है तो आपकी फिजिकल फिटनेस, मेंटल फिटनेस, ट्रेनिंग और आपकी आयु को देखते हुए आपके लिए सारी दुनिया पड़ी है. यू कैन कंपेयर द वर्ल्ड, द होल वर्ल्ड इज फोर यू. अगर आप डिमोरलाइज्ड हैं, आपकी नेगेटिव थिंकिंग है तो आपको सारी चीजें पॉजीटिव होते हुए भी भविष्य अंधकारमय दिखेगा. भविष्य में आस्था रखिए, अपने आप पर विश्वास रखिए और आपका भविष्य बहुत उज्ज्वल होगा.
हमें कल की तैयारी करनी है तो परिवर्तन लाना पड़ेगा
इसके अलावा एनएसए ने ‘अग्निपथ योजना’ की जरूरत का जिक्र करते हुए कहा कि जो हम कल कर रहे थे अगर वही भविष्य में भी करते रहे तो हम सुरक्षित रहेंगे यह जरूरी नहीं. इसलिए हमें कल की तैयारी करनी है तो परिवर्तन लाना पड़ेगा. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि भारत के पास एक बड़ी युवा आबादी है. ऐसे में उसकी सेना की औसत आयु बड़ी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश की सेना को आज तकनीक प्रयोगी युवा की जरूरत है.
योजना के विरूद्ध हो रहे हिंसक प्रदर्शनों की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि सेना में जाने वाले आकांक्षी युवा उम्मीदवार अपने घर पर तैयारियां कर रहे हैं. हिंसक प्रदर्शन करने वाले असल में सेना में भर्ती के उम्मीदवार नहीं है. अग्निपथ योजना के करियर पक्ष पर उन्होंने कहा कि 25 से 26 वर्ष की आयु में अग्निवीरों पर कोई पारिवारिक दबाव नहीं होगा. उनके पास करियर के तौर पर अन्य विकल्प चुनने क्षमता और योग्यता दोनों होगी.