भारतीय सेना में जासूसी से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस टीम ने जासूसी करने के आरोप में भारतीय सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया है. आर्मी के जवान पर सेना की जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की एजेंट्स को भेजने का आरोप लगा है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी महिला एजेंट्स ने सेना के जवान को हनी ट्रैप किया, जिसके बाद जवान पाकिस्तान की महिलाओं को भारतीय सेना से जुड़ी जानकारी और वीडियो भेजता था. इसलिए राजस्थान की इंटेलिजेंस टीम ने जासूसी के मामले में इस जवान को गिरफ्तार किया है. जवान को शासकीय गुप्त बात अधिनियम, 1923 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है. आरोपी जवान शांतिमय राणा (24) राजस्थान में पदस्थापित था और उसे दो महिलाओं ने हनी ट्रैप में फंसाया था.
2018 से सेना में तैनात है जवान
खबरों के मुताबिक, मामले पर राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (इंटेलिजेंस) उमेश मिश्रा ने बताया कि आरोपी जवान का नाम शांतिमय राणा है. 24 साल का राणा मार्च 2018 से भारतीय सेना में तैनात है. आरोपी जवान पश्चिम बंगाल के बागुंडा जिले का रहने वाला है और जयपुर में आर्टिलरी यूनिट में उसकी तैनाती थी.
25 जुलाई को पुलिस ने किया गिरफ्तार
उमेश मिश्रा ने बताया कि आरोपी ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी रेजिमेंट से संबंधित गोपनीय जानकारी और सेना अभ्यास के वीडियो कथित महिलाओं के साथ शेयर किए हैं. मिश्रा ने कहा, आरोपी जवान कुछ समय से राज्य पुलिस की खुफिया शाखा के राडार पर था और उसे 25 जुलाई को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था. वह एक पाकिस्तानी महिला एजेंट के संपर्क में था, जिसने अपना परिचय गुरनूर कौर उर्फ अंकिता के रूप में दिया, निशा नाम की एक अन्य महिला भी उसके संपर्क में थी.
हनीट्रैप का शिकार हुआ जवान
उमेश मिश्रा ने आगे बताया, आरोपी जवान का कहना है कि अंकिता ने उसे बताया था कि वह उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में तैनात है. जबकि दूसरी महिला निशा ने बताया कि वह मिलिट्री नर्सिंग सर्विस से है. इन दोनों महिलाओं ने उसे दोस्ती के जाल में फंसाया. सोशल मीडिया पर बातचीत होने के बाद दोनों महिलाओं ने राणा का मोबाइल नंबर लिया. वे दोनों ही राणा से वॉट्सऐप पर बात करती थीं. दोनों ने पहले राणा का भरोसा जीता. फिर उससे खुफिया जानकारियां लेने लगीं. राणा ने अपनी रेजीमेंट से जुड़ी गोपनीय जानकारियां और सेना के अभ्यास से जुड़े वीडियो उनके साथ साझा किए. इसके एवज में उसे पैसे भी मिलते थे.