बीते 8 साल में पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने भारत के कृषि क्षेत्र को एक नई ताकत दी है.फसल वृद्धि के लिए सरकार ने देश के किसानों की हरसंभव मदद की है. कृषकों को मुनाफा कमाने वाली फसलों की जानकारी देने से लेकर, तकनीक और नए कृषि औजारों का सहारा प्रदान कर उन्हें विशेष संबल दिया जा रहा है.
आपको बता दें, सरकार ने किसानों को आर्थिक रूप से सश्क्त बनाने के दृष्टि से केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने अब खरीफ विपणन सीजन 2022-23 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को मंजूरी दी है. अनुमोदित दरें उत्पादन की अखिल भारतीय औसत लागत से कम से कम ढेढ़ गुना है. यह MSP तय करने के सिद्धांत के अनुरूप हैं. मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी देते हुए केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि इससे अधिक निवेश और उत्पादन होगा. किसानों को सुनिश्चित लाभकारी मूल्य मिलेगा, आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और आयात पर निर्भरता कम होगी.
खरीफ फसलों की MSP में किया गया इजाफा
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को खरीफ विपणन सीजन 2022-23 के लिए MSP को मंजूरी दी है. इस इजाफे के साथ अब इन फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य वर्ष 2022-23 के लिए धान (सामान्य) 2040 रुपए, धान (ग्रेड ए) 2060 रुपए, ज्वार (हाइब्रिड) 2970 रुपए, ज्वार (मालदंडी) 2990 रुपए, बाजरा 2350 रुपए, रागी 3578 रुपए, मक्का 1962 रुपए, अरहर (अरहर) 6600 रुपए, मूंग 7755 रुपए, उड़द 6600 रुपए, मूंगफली 5850 रुपए, सूरजमुखी के बीज 6400 रुपए, सोयाबीन (पीला) 4300 रुपए, तिल 7830 रुपए, नाइजरसीड 7287 रुपए, कपास (मध्यम स्टेपल) 6080 रुपए, कपास (लंबा स्टेपल) 6380 रुपए होगा.