अपने अभिनय से फिल्मी दुनिया में पहचान बनाने वाले मिथुन चक्रवर्ती को किसी परिचय की जरूरत नहीं. एक्टर ने ‘डिस्को डांसर’ के तौर पर इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी. खास तौर से 70, 80 और 90 के दशक में काम करने वाले एक्टर, प्रोजापोटी के साथ बंगाली फिल्म इंडस्ट्री में वापस आने के लिए तैयार हैं. हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान, उन्होंने बताया कि कैसे एक समय वो अपने जीवन को समाप्त करने के बारे में सोचते थे.
ईटाइम्स से बात करते हुए, मिथुन से उनके संघर्ष के दिनों के बारे में पूछा गया, जिस पर उन्होंने कहा, “चलो उन संघर्ष के दिनों के बारे में बात नहीं करते हैं क्योंकि यह नए कलाकारों को निराश कर सकता है. हर कोई संघर्ष से गुजरता है, लेकिन मुझे बहुत मुश्किलों से गुजरना पड़ा. कभी-कभी मुझे लगता था कि मैं अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर पाऊंगा, मैंने आत्महत्या करने के बारे में भी सोचा. मैं किन्हीं कारणों से कोलकाता भी नहीं लौट सका. लेकिन मेरी सलाह है कि बिना लड़े अपनी जिंदगी खत्म करने के बारे में कभी न सोचें। मैं एक जन्मजात सेनानी हूं और मुझे नहीं पता था कि कैसे हारना है. और देखो, मैं अभी कहाँ हूँ.”
मिथुन चक्रवर्ती ने अपने करियर में कई रियलिटी शो जज किए हैं. एक शो में एक्टर ने बताया था कि “मैंने सोचा था कि कोई मुझे नायक के रूप में नहीं लेगा, इसलिए मैंने खलनायक बनने का फैसला किया और वह भी एक नाचने वाला खलनायक. मैं काम पर जाता था ताकि पैसे बचा सकूं। मैं बड़ी पार्टियों में डांस करता था क्योंकि मुझे खाने के लिए खाना मिलता था.”
एक इंटरव्यू के दौरान मिथुन ने बताया था कि एक समय उन्हें आत्मघाती विचार आते थे. उन्होंने यह भी याद किया था, “मुंबई शहर में, मैंने कई दिन बिताए हैं जहां मैं कभी पांच बागों में सोता हूं, तो कभी किसी के छात्रावास के सामने सोता हूं. मेरे एक दोस्त ने मुझे माटुंगा जिमखाना की मेंबरशिप दिलाई ताकि मैं बाथरूम का इस्तेमाल कर सकूं. मैं सुबह फ्रेश होने वहाँ जाता, अपने दाँत ब्रश करता, और फिर अपने रास्ते चला जाता.”