यूपी में रोडवेज की बसों की देखरेख और मरम्मत न होने की वजह से होने वाले हादसे तेजी से बढ़ रहे हैं. आए दिन बसों के टायर फटने से दुर्घटना होने की खबर मिलती रहती है. इससे यात्री भी रोडवेज की बसों में सफर करने से डरने लगे हैं. इसी के चलते उत्तर प्रदेश परिवहन निगम यात्रियों के सुरक्षित सफर के लिए यूपी रोडवेज बीएस-6 मॉडल की बसें चलाने की तैयार में है.
कानपुर के केंद्रीय कार्यशाला पहुंची 150 हाईटेक बसें
बता दें कि यूपी रोडवेज बीएस-6 मॉडल की 150 बसें कानपुर के केंद्रीय कार्यशाला में आ चुकी हैं. इन हाईटेक बसों की खास बात यह है कि इससे 80 प्रतिशत कम प्रदूषण होगा. साथ ही किसी भी तरह की तकनीकि गड़बड़ी जैसे शॉर्ट सर्किट से आग, टायर फटने जैसे हादसों की पूर्व सूचना इसमें लगे साफ्टवेयर के माध्यम से मिल जाएगी. वहीं बस के किसी भी हिस्से अथवा कुलपुर्जों में खराबी पहले ही पकड़ में आ जाएगी. वहीं, इन हाईटेक बसों की सप्लाई करने वाली कंपनी डिपो के फोरमैन को ट्रैनिंग भी देगी. ताकि किसी हादसे पर बस की मरम्मत करके यात्रियों को सुरक्षित सफर कराया जा सके. बस में 26 सेंसर सॉफ्टवेयर लगे हैं जो मरम्मत के समय दिक्कतें बता देंगे.
इसी महीने से मिलेगी हाईटेक बसों की सेवा
जानकारी के मुताबिक, अभी ये हाईटेक बसें गुजरात और कर्नाटक में चल रही हैं. वहीं यूपी में पहले चरण में हाईटेक बीएस सिक्स मॉडल की 150 बसें आ गई है. बसें परिवहन निगम के केंद्रीय कार्यशाला में खड़ी है. दूसरे चरण में 775 बसों की चेचिस आ गई है. चेचिस पर बस बॉडी बनाने के लिए टेंडर जारी किए हैं. परिवहन निगम मुख्यालय के सीजीएम प्राविधिक संजय शुक्ला ने बताया कि यात्रियों को बसों की सुविधा इसी महीने मिलने लगेगी.