क्रिकेट में सिर्फ तीन बार हुआ है जब किसी गेंदबाज ने एक पारी में विपक्षी टीम पूरे 10 विकेट लिए हों. न्यूजीलैंड के एजाज पटेल ने पिछले साल भारत के खिलाफ यह मुकाम हासिल किया था. और इससे 22 साल पहले भारत के दिग्गज खिलाड़ी अनिल कुंबले ने इतिहास रचा था. 1999 में फिरोजशाह कोटला के मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच की आखिरी पारी में 10 विकेट चटका कर अनिल कुंबले ने यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था. अब हरभजन सिंह ने अनिल कुंबले के एतिहासिक स्पैल का एक किस्सा सुनाया है.
स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में हरभजन सिंह ने बताया, “टेस्ट मैच दिल्ली में था और अनिल भाई ने सारे 10 विकेट लिए थे. मैं भी वहां खेल रहा था मैं बड़ा खुश था कि मुझे कोई विकेट नहीं मिला. जब अनिल भाई की छह- सात विकेट हो गई थी तब लगा कि अब विकेट मुझे नहीं मिलनी चाहिए. सारी विकेट इनको ही मिलनी चाहिए.”
अनिल कुंबले भारत के सबसे सफल और महान गेंदबाज हैं. भारतीय गेंदबाजों में टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड अभी अनिल कुंबले के नाम है. टेस्ट क्रिकेट में अनिल ने 619 विकेट झटके हैं, वहीं वनडे क्रिकेट में 334 विकेट उनके नाम है. क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले वह चौथे गेंदबाज हैं.
हरभजन सिंह ने कहा, “मेरी नजर में अनिल भाई भारत के लिए क्रिकेट खेलने वालों में सबसे महान थे. वह महान मैच विजेता खिलाड़ी है. लोग कहते हैं कि वह गेंद को स्पिन नहीं कराते थे लेकिन उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर आपके पास जिगर है तो आप की गेंद स्पिन हो या ना हो आप बल्लेबाज को आउट कर सकते हैं. अगर किसी के पास अनिल भाई जितनी आधी प्रतिस्पर्धा भी होती तो वह चैंपियन बन जाता. मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे सालों तक उनके साथ खेलने का मौका मिला. वह अविश्वनीय रूप से एक प्रतिबद्ध खिलाड़ी थे.”