उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कृषि, राहत, सिंचाई, राजस्व आदि विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मानसून की बारिश और खरीफ की फसलों की मौजूदा स्थिति की समीक्षा बैठक की. सीएम योगी ने बैठक में कहा कि इस बार प्रदेश में कम बारिश हुई है. फिर भी किसानों का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने सभी जिलों में बारिश और बोआई की सतत समीक्षा के निर्देश दिए. सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अब तक जिन जिलों में कम बारिश हुई है और उसकी वजह से खरीफ की फसलों की रोपाई-बोवाई पर असर पड़ा है, वहां के हालात पर नजर रखी जाए. साथ ही इसकी सूचना केन्द्र सरकार को भी भेजी जाए. कृषि, सिंचाई, राहत, राजस्व आदि सभी संबंधित विभाग अलर्ट मोड पर रहें.
आपदा प्रबंधन टीमें हर समय सक्रिय रहें- सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि हर जिले में कृषि विज्ञान केंद्रों, कृषि विश्वविद्यालयों और वैज्ञानिकों के माध्यम से किसानों से सतत संवाद बनाए रखें और सही जानकारी किसानों को उपलब्ध कराएं. वर्षा मापक यंत्रों को विकास खंड स्तर पर लगवाए जाएं. बाढ़ या अतिवृष्टि की स्थिति पर भी नजर रखें. आपदा प्रबंधन टीमें हर समय सक्रिय रहें. उन्होंने दलहनी व तिलहनी फसलों का उत्पादन मांग के अनुरूप लाने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र में इसमें अपार संभावनाएं हैं.
किसानों को हर संभव सहायता दी जाएगी- सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि इस वर्ष 31 जुलाई तक प्रदेश में कुल 191.8 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो कि वर्ष 2021 में हुई 353.65 मिमी और वर्ष 2020 में हुई 349.85 मिमी वर्षा के मुकाबले कम है. इस बीच एकमात्र फिरोजाबाद जिला ऐसा रहा जहां सामान्य (120 प्रतिशत से अधिक) वर्षा हुई. फिरोजाबाद, एटा, हाथरस, खीरी, औरैया, चित्रकूट, प्रतापगढ़, वाराणसी और हापुड़ में सामान्य (80 प्रतिशत से 120 प्रतिशत) और मथुरा, बलरामपुर, ललितपुर, इटावा, भदोही, अम्बेडकर नगर, मुजफ्फरनगर, गाजीपुर, कन्नौज, जालौन, मेरठ, संभल, सोनभद्र, लखनऊ, सहारनपुर और मिर्जापुर में सामान्य से कम (60 प्रतिशत -80 प्रतिशत) वर्षा हुई है. सीएम योगी ने कहा कि इन परिस्थितियों के बीच सभी किसानों से संवाद-संपर्क बनाए रखा जाए. जरूरत के मुताबिक, किसानों को हर संभव सहायता दी जाएगी, एक भी किसान का नुक़सान नहीं होने देंगे.
सभी परिस्थितियों के लिए रहें तैयार- सीएम योगी
प्रदेश में 30 जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से 40 प्रतिशत से 60 प्रतिशत तक ही वर्षा दर्ज की गई है. जबकि 19 जिलों में 40 प्रतिशत से भी कम बरसात हुई है. इन जिलों में खरीफ फसलों की धान की रोपाई व अन्य फसलों की बोवाई पर असर पड़ा है. कानपुर, अमरोहा, मुरादाबाद, गोंडा, मऊ, बहराइच, बस्ती, संतकबीरनगर, गाजियाबाद, कौशाम्बी, बलिया, श्रावस्ती, गौतमबुद्ध नगर, शाहजहांपुर, कुशीनगर, जौनपुर, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद और रामपुर जिले में सामान्य की तुलना में मात्र 40 प्रतिशत बरसात हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन जिलों पर विशेष ध्यान रखा जाए. मुख्यमंत्री ने कहा हमें सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा.
नहरों-नलकूपों के विस्तार से सिंचाई सुविधा हुई बेहतर
सीएम ने कहा कि सरकार ने नहरों और नलकूपों के विस्तार से सिंचाई सुविधा को बेहतर बनाया है. सीएम ने कहा कि नदियों की ड्रेजिंग के प्रयासों के अच्छे परिणाम मिले हैं. इसे आगे भी जारी रखें. नदियों से निकली बालू की नीलामी में पूर्ण पारदर्शिता बरतें. नीलामी का भौतिक सत्यापन भी कराएं. रामपुर ऐसा जिला है सामान्य की तुलना में सिर्फ 18 प्रतिशत ही बारिश हुई है, लेकिन यहां 98 प्रतिशत फसल की बोआई हो चुकी है. सीएम ने एक सप्ताह में सभी जिलों में कृषि फसलों की मैपिंग कराकर फसल बोआई का विवरण तैयार करने के निर्देश दिए.
बारिश कम होने से बोआई पर पड़ा असर
वहीं, अधिकारियों ने बताया कि बारिश कम होने से बोआई पर असर पड़ा है. लेकिन 13 जुलाई की स्थिति के अनुसार 96.03 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य के सापेक्ष एक अगस्त तक 81.49 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोआई हो चुकी है, जो लक्ष्य का 84.8 प्रतिशत है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगस्त और सितंबर में वर्षा की स्थिति सामान्य रहेगी.