Friday, November 11, 2022
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    सिर्फ 28 महीने में 14850 करोड़ की लागत से तैयार हुआ बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, पीएम मोदी 16 जुलाई को करेंगे उद्घाटन

    14850 करोड़ रुपए की लागत से बने इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 296 किलोमीटर है. यह एक्सप्रेस-वे यूपी में विकास के पहियों को गति देगा.

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार 16 जुलाई 2022 को उत्तर प्रदेश को बड़ी सौगात देंगे. पीएम मोदी यूपी में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जालौन जिले की उरई तहसील के कैथेरी गांव में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे. 14850 करोड़ रुपए की लागत से बने इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 296 किलोमीटर है. यह एक्सप्रेस-वे यूपी में विकास के पहियों को गति देगा.

    PMO की तरफ से दी गई जानकारी

    प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, सरकार देश भर में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसकी एक प्रमुख विशेषता सड़क के बुनियादी ढांचे में सुधार की दिशा में काम करना है. वर्तमान में यह एक्सप्रेस-वे फोर लेन हैं. बाद में इसे छह लेन तक भी विस्तारित किया जा सकता है.

    आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा

    यह एक्सप्रेस-वे चित्रकूट जिले में भरतकूप के पास गोंडा गांव में एनएच-35 से इटावा जिले के कुदरैल गांव तक फैला हुआ है, जहां यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के साथ मिल जाता है. यह चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा सहित सात जिलों से होकर गुजरती है. इस एक्सप्रेस-वे से क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा, जिसके स्थानीय लोगों के लिए हजारों नौकरियों का सृजन होगा.

    28 महीने में बनकर तैयार हुआ एक्सप्रेस-वे

    आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस ड्रीम प्रोजेक्ट की आधारशिला देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो साल पहले फरवरी 2020 में रखी थी. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के सहयोग से निर्माण कार्य 28 महीने के भीतर पूरा कर लिया गया है. उस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड में बनने वाले रक्षा गलियारे को बढ़ावा देगा.

    अधिकारियों के मुताबिक, इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए 15 हजार करोड़ की लागत का अनुमान लगाया गया है. ई टेंडरिंग के जरिए सरकार ने करीब 1132 करोड़ रुपए की बचत की है. अधिकारियों का कहना है कि इसके उद्घाटन के बाद दिल्ली से चित्रकूट के बीच की यात्रा का समयांतराल घटकर 9-10 घंटे से 6 घंटे हो जाएगा.

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