इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. बेन स्टोक्स के इस फैसले से क्रिकेट जगत में एक नए मुद्दे पर बहस छिड़ गई हैं. कुछ क्रिकेट दिग्गजों का मानना है इस फॉर्मेट को अब खत्म कर देना चाहिए. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री का नाम भी इसमें जुड़ गया है. इससे पहले शास्त्री ने फ्रेंचाइजी क्रिकेट को बढ़ावा देने की सलाह दी थी.
पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री का मानना है आने वाले समय में कई अन्य खिलाड़ी स्टोक्स की तरह ही चुनिंदा फॉर्मेट को प्राथिमकता देते हुए, अपने हिसाब से चुनेंगे कि उन्हें कौनसा प्रारूप खेलना है. स्काई स्पोर्ट्स से बात करते हुए शास्त्री ने कहा, “ 50 ओवर फॉर्मेट को पीछे ढकेला जा सकता है लेकिन इसे बचाया जा सकता अगर हम वर्ल्ड कप पर ध्यान दें.
आईसीसी के नजरिए से वर्ल्ड कप को महत्ता देनी चाहिए, चाहे वह टी20 वर्ल्ड कप हो या 50 ओवर वर्ल्ड कप. टेस्ट क्रिकेट हमेशा बना रहेगा, यह खेल में अहम भूमिका निभाता है. खिलाड़ी अपने हिसाब से चुनते है कि वह कौन सा फॉर्मेट खेलेंगे. हार्दिक को ही ले लीजिए, वह टी20 क्रिकेट खेलना चाहता है और उसके दिमाग में यह स्पष्ट है कि मैं कुछ और नहीं खेलूंगा.”
शास्त्री ने आगे कहा, “ वह 50 ओवर क्रिकेट खेलेंगे क्योंकि अगले साल भारत में वर्ल्ड कप है. उसके बाद शायद आप उन्हें खेलते हुए न देखें. आप यह चीज और भी खिलाड़ियों के साथ देखेंगे, वह अपने पसंदीदा फॉर्मेट को चुनेंगे और उन्हें यह अधिकार भी है.”