नई दिल्ली: भीषण गर्मी के बीच इन दिनों बिजली उत्पादन में कमी से इस समय देश के कई राज्यों का हाल-बेहाल है। लगातार हो रही बिजली कटौती से लोगों को तमाम तरह की असुविधाएं झेलनी पड़ रही हैं। ऐसे में सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर एक अहम बैठक बुलाई। इस बैठक में बिजली मंत्री आरके सिंह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी भी मौजूद रहे। वहीं बैठक के दौरान कोयले की कमी और विद्युत उत्पादन के संकट को लेकर चर्चा हुई है।
वहीं इस बीच विपक्ष भी बिजली संकट के मामले को लेकर सरकार पर लगातार हमलावर होता जा रहा है। विपक्ष ताप संयंत्रों में कोयले की कमी के लिए केंद्र को दोषी ठहराया है। बता दें कि बिजली का उत्पादन ना होने के बीच रेलवे ने कोयले की ढुलाई बढ़ाने के लिए अब तक करीब 50 यात्री रेलगाड़ियों के संचालन को रद्द कर दिया है। ऐसे में देश कई राज्यों के लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ जा रही हैं। बता दें कि रेलवे का संचालन बंद होने से छत्तीसगढ़, ओड़िशा, मध्य प्रदेश और झारखंड जैसे कोयला उत्पादक राज्यों के लोगों को असुविधा हो रही है।
बता दें कि पिछले हफ्ते सोमवार को बिजली की कमी जहां 5.24 गीगावॉट थी, वही बृहस्पतिवार को ये बढ़कर 10.77 गीगावॉट हो गई। पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन (पीओएसओसीओ) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक रविवार को व्यस्त समय में बिजली की कमी सिर्फ 2.64 गीगावॉट थी, जो सोमवार को 5.24 गीगावॉट, मंगलवार को 8.22 गीगावॉट, बुधवार को 10.29 गीगावॉट और बृहस्पतिवार को 10.77 गीगावॉट हो गई।