दिव्यांका त्रिपाठी दहिया आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है. उनकी गिनती टीवी की टॉप एक्ट्रेसेस में होती है. यह सब दिव्यांका ने अपनी मेहनत और स्ट्रगल के दम पर हासिल किया है. टीवी सीरियल में अपने दमदार एक्टिंग से सब के दिलों में जगह बनाने वाली दिव्यांका ने हाल ही में ऐसा खुलासा किया है जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे.
दरअसल, दिव्यांका ने हाल ही में अपने स्ट्रगल के दिनों के बारे में बताया. वैसे तो दिव्यांका ने अपने कैरियर की शुरुआत डीडी नेशनल की शोज के साथ की थी, लेकिन उनको असली पहचान ‘बनू मैं तेरी दुल्हन’ में विद्या की भूमिका निभाकर मिली. इस शो ने दिव्यांका को जितनी प्रसिद्धी दिलाई, उतना ही उनके कैरियर में रुकावट भी बना.
बनू मैं तेरी दुल्हन में भोली भाली विद्या का किरदार निभाने के बाद उनको काम मिलना बंद हो गया. दिव्यांका को अपनी लाइफ ट्रैक पर लाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी. हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान दिव्यंका ने बताया कि करियर के शुरुआती दौर में कैसे उन्हें रिजेक्शन का सामना करना पड़ता था. एक्ट्रेस ने कहा कि उन्होंने कभी रिजेक्शन को रिजेक्शन की तरह नहीं लिया. अगर उन्हें किसी प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं बनाया जाता तो वह यही सोचती थी कि यहां मेरे काम की डिमांड नहीं है.
रिजेक्शन को ऐसे किया हैंडल
दिव्यांका ने कहा, मुझे लगता था कि हो सकता है वह ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहे हो जो मुझसे अलग परफॉर्म करने वाला है, अलग दिखने वाला हो. आगे उन्होंने कहा, मैं कोई आलू तो हो नहीं जिसे हर सब्जी के साथ मिला दिया जाए. दिव्यांका ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि, बनू मैं तेरी दुल्हन में उन्हें तुलसी और पार्वती की तरह टाइपकास्ट किया गया था. कहीं न कहीं यही वजह थी कि कई शोज के मेकर्स ने उन्हें कास्ट नहीं किया.
मेकर्स के कास्ट न करने का कारण
दिव्यांका ने कहा कि मेकर्स कहते थे कि, आप तुलसी और पार्वती जैसी लगती हैं. ऐसे में आपको फिर से कास्ट नहीं किया जा सकता है, क्योंकि कोई आपको देखना पसंद नहीं करेगा. एक्ट्रेस ने आगे बताया कि हमारे पास उस दौर में इतने मौके नहीं हुआ करते थे. ऐसे में मुझे खुद पर शक होने लगा. कई बार तो ऐसा महसूस होने लगा था कि सामान बांधू और वापस भोपाल चली जाऊं, लेकिन कुछ तो ऐसी चीज थी जिसे जिसने मुझे यहां रोक लिया.