न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान का खुलासा- राजस्थान रॉयल्स के मालिक ने मारे थे थप्पड़

रॉस टेलर राजस्थान की टीम का हिस्सा थे तो उनके साथ एक ऐसी घटना हुई जिसका खुलासा उन्होंने सालों बाद अब अपनी किताब ‘रॉस टेलर: ब्लैक एंड वाइट’ में किया है.

न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान रॉस टेलर ने चौंका देने वाला खुलासा किया है. रॉस टेलर ने विश्व प्रसिद्ध कैशरिच लीग आईपीएल को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के साथ जुड़ी एक घटना का उल्लेख किया है. 2011 आईपीएल सीजन में वह राजस्थान रॉयल्स की टीम का हिस्सा थे. वह आरआर फ्रेंचाइजी के साथ 1 साल तक जुड़े रहे हैं. इस दौरान वह बल्ले से कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए. राजस्थान रॉयल्स के लिए खेले गए 12 मैचों में 119 की स्ट्राइक रेट से टेलर ने 181 रन बनाए थे, उनका सर्वाधिक स्कोर 47 नाबाद था.

सिर्फ एक साल के बाद राजस्थान रॉयल ने उन्हें रिलीज कर दिया. उसके बाद बाद दिल्ली कैपिटल्स की टीम से साथ जुड़ गए. जब रॉस टेलर राजस्थान की टीम का हिस्सा थे तो उनके साथ एक ऐसी घटना हुई जिसका खुलासा उन्होंने सालों बाद अब अपनी किताब ‘रॉस टेलर: ब्लैक एंड वाइट’ में किया है.

stuff.co.nz के अनुसार रॉस टेलर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में यह खुलासा किया है. किंग्स इलेवन पंजाब के के साथ हुए मुकाबले में रॉस टेलर जीरो पर आउट हो गए. इसके बाद टीम के सह मालिक ने उन्हें तीन से चार थप्पड़ मारे. टेलर ने खुलासा किया कि यह थप्पड़ तेज नहीं थी लेकिन वह इस घटना से पूरी तरह हैरान रह गए. टेलर ने आईपीएल में एक खिलाड़ी के तौर पर होने वाली परेशानियों के बारे में भी बताया.

रॉस टेलर ने बताया मोहाली में राजस्थान और किंग्स इलेवन(अब पंजाब किंग्स) के बीच मुकाबला खेला गया. राजस्थान को 195 रनों का लक्ष्य मिला. मैं बिना खाता खोले एलबीडब्ल्यू आउट हो गया और हम इस लक्ष्य के करीब भी नहीं पहुंच पाए. बाद में टीम,सहयोगी स्टाफ और प्रबंधन होटल के ऊपरी मंजिल में स्थित बार में थे. लिज हर्ले वहां शेन वार्न के साथ थीं. राजस्थान रॉयल्स के मालिकों में से एक ने मुझसे कहा, ‘रॉस आपको डक पर आउट होने के लिए हमने एक मिलियन डॉलर का भुगतान नहीं किया’ और वह हंसने लगे हालांकि चाटे तेज नहीं थे.

रॉस ने बताया,“मुझे भरोसा नहीं हो रहा था कि यह सब एक नाटक है. उन परिस्थितियों में मैं इसे मुद्दा नहीं बनाने जा रहा था लेकिन मैं यह सोच भी नहीं सकता था कि प्रोफेशनल क्रिकेट में ऐसा हो रहा है. उन्होंने कहा,“जब आप किसी नई टीम में जाते हैं तो आपको वहां समर्थन नहीं मिलता है. आप कभी भी सहज नहीं महसूस करते हैं क्योंकि आप जानते हैं कि अगर आप बिना स्कोर के दो या तीन गेम खेलते हैं तो आप ठंडे बस्ते में आ जाते हैं.”

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