भारतीय महिला क्रिकेटर जेमिमा रॉड्रिग्स को खुद की ताकत पता है और उन्हें हरमनप्रीत कौर और स्मृति मांधना जैसे पावर हिटर बनने के लिए खुद का स्वाभाविक खेल बदलने की कोई वजह दिखाई नहीं देती. बारबाडोस के खिलाफ 100 रनों से मिली जीत में जेमिमा ने अहम योगदान निभाया. 46 गेंदों के 56 अहम रन टीम के लिए बनाएं. उनकी पारी कप्तान हरमनप्रीत और शेफाली वर्मा से बिल्कुल अलग थी.
मैच के बाद जेमिमा रोड्रिग्स ने कहा, “ स्मृति ने मुझे बहुत पहले आईपीएल (विमेंस टी20 चैलेंज) 2019 के दौरान कहा था कि तुम्हें हरमनप्रीत कौर या स्मृति मांधना बनने की जरूरत नहीं है. आपको जेमिमा रॉड्रिग्स ही रहना है. मैंने वह भूमिका समझ ली थी. और ये मेरे लिए मददगार साबित हो रहा है.”
जेमिमा के लिए लोगों का नजरिया नहीं मायने रखता है. उन्होंने कहा, “टीम में मुझे एक भूमिका मिली है. अगर मैंने वह भूमिका निभा ली तो यह मायने नही रखता दूसरे लोग इसे कैसे देखते हैं. अगर हमारी टीम को फायदा हो रहा है, हमारे पास शेफाली, स्मृति, हरमन है तो इसलिए मैं टीम के लिए वह भूमिका सर्वश्रेष्ठ तरीके से निभाना चाहती हूं जो मैं टीम के लिए अच्छे से निभा सकूं.”
जेमिमा ने माना उन्हें इस बात को स्वीकार करने में कोई जिझक नहीं है कि वह पावर हिटर नहीं हैं. टीम में योगदान देने के लिए वह इस कौशल का अभ्यास कर रही हैं. “मैंने अपने पावर गेम पर ध्यान दिया है लेकिन उससे कहीं ज्यादा मैंने अपने खेल को अच्छे से समझा है. मैं पावर हिटर नहीं हूं पर मैं जानती हूं रन कैसे बनाने हैं. एक दो रन लेने के लिए मैं गैप्स में खेलती हूं, मुझे पता है फील्ड को कैसे भेदना है. मुझे लगता है यही मेरी ताकत है.”
जेमिमा को खुद पर आत्मविश्वास है बिना छक्के मारे बिना भी वह अच्छे स्ट्राइक रेट के साथ खेल सकती हैं. जेमिमा ने कोच से मैच के पहले हुई बातचीत का भी खुलासा किया. उन्होंने कहा जब कोच ने बताया कि उन्हें नंबर तीन पर खेलना है तो वह तैयार थी. नंबर तीन पर बल्लेबाजी करना उनको पसंद हैं.