‘वन नेशन-वन पावर ग्रिड’ बना भारत की ताकत, देश की प्रगति को देगा गति

पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के प्रयासों से बीते 8 वर्षों के दौरान बिजली क्षेत्र में पारदर्शिता आई है.

भारत ने आजादी के इस अमृतकाल में आगामी 25 वर्षों के विजन पर काम करना शुरू कर दिया है. वहीं अगले 25 वर्षों में भारत की प्रगति को गति देने में एनर्जी सेक्टर, पावर सेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका रहने वाली है. इस संबंध में पीएम मोदी ने कहा है कि एनर्जी सेक्टर की मजबूती Ease of Doing Business के लिए भी जरूरी है और Ease of Living के लिए भी उतनी ही अहम है. इस प्रकार जीवन में बिजली कितना बड़ा बदलाव ला सकती है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है.

बीते 8 साल में केंद्र सरकार ने किए कई ऐतिहासिक कार्य

इस क्रम में बीते 8 साल में केंद्र सरकार के प्रयासों से कई ऐतिहासिक कार्य किए गए. देश में दूर-दराज के उन गांवों तक बिजली पहुंची जो देश की आजादी से लेकर अभी तक बिजली से वंचित रहे थे. उनकी सुध लेकर केंद्र सरकार ने इस अभाव को दूर करने के सफल प्रयास किए. अब सरकार अपनी आगे की रणनीति तैयार कर रही है और आने वाले 25 वर्ष में भारत की प्रगति को गति देने के बारे में विचार कर रही है.

2025-26 तक 3 लाख करोड़ से अधिक का होंगे खर्च

उल्लेखनीय है कि इस क्रम में विद्युत मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रम -पुनर्विकसित वितरण क्षेत्र योजना की शुरुआत की जा चुकी है. इस योजना का उद्देश्य वितरण कंपनियों-डिस्‍कॉम और बिजली विभागों की परिचालन क्षमता और वित्तीय स्थिरता में सुधार लाना है. योजना को वित्तीय वर्ष 2021-22 से 2025-26 तक 5 साल के लिए 3 लाख करोड़ रुपए से अधिक के परिव्यय के साथ लागू किया जा रहा है. इसका उद्देश्य बिजली वितरण के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए डिस्कॉम कंपनियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, जिससे उपभोक्ताओं के लिए आपूर्ति की विश्वसनीयता और गुणवत्ता में सुधार हो सके.

बीते दिनों पीएम मोदी ने ‘उज्ज्वल भारत उज्ज्वल भविष्य-पावर @ 2047’ योजना का उद्घाटन किया था. छह दिवसीय कार्यक्रम आजादी का अमृत महोत्सव के एक हिस्से के रूप में इसका आयोजन किया गया था. इसमें विद्युत क्षेत्र के पिछले आठ वर्षों की उपलब्धियों को दर्शाया गया. इसके अलावा पीएम मोदी ने पांच हजार दो सौ करोड़ रुपए से अधिक लागत की एनटीपीसी की विभिन्न हरित ऊर्जा परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. पीएम मोदी ने तेलंगाना के 100 मेगावाट रामागुंडम फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट और केरल 92 मेगावाट कायमकुलम फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट का भी उद्घाटन किया. उन्होंने राजस्थान में 735 मेगावाट की नोख सौर परियोजना, लेह में ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी परियोजना और गुजरात में कावास प्राकृतिक गैस के साथ ग्रीन हाइड्रोजन सम्मिश्रण परियोजना की आधारशिला रखी. साथ ही साथ पीएम मोदी ने राष्‍ट्रीय सौर रूफटॉप पोर्टल का शुभारंभ भी किया.

बिजली क्षेत्र में आई पारदर्शिता

पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के प्रयासों से बीते 8 वर्षों के दौरान बिजली क्षेत्र में पारदर्शिता आई है. आज देश में भरपूर मात्रा में बिजली का उत्पादन हो रहा है और निर्यात भी किया जा रहा है. केंद्र सरकार सभी योजनाओं को पूरी ऊर्जा और त्वरित गति के साथ लागू कर रही है.

देश में बिजली उत्पादन क्षमता चार लाख मेगावाट से अधिक

फिलहाल, राज्यों को जल्द से जल्द अपने लंबित बिजली भुगतान चुका देने चाहिए. ताकि इस क्षेत्र में और अधिक तेजी से कार्य किया जा सके. बिजली क्षेत्र की स्थिति राजनीति का विषय नहीं है. देश में बिजली उत्पादन क्षमता चार लाख मेगावाट से अधिक हो गई है जो मांग से अधिक है.

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