प्रवर्तन निदेशालय ने मुंबई के पात्रा चॉल घोटाले मामले में रविवार देर रात शिवसेना सांसद संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया. जाँच एजेंसी अधिकारियों ने बताया कि राउत से ईडी कार्यालय में लगभग 6 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ हुई, इसके बाद उन्हें रात करीब 12:05 पर गिरफ्तार किया गया. आज जाँच एजेंसी उन्हें पीएमएलए अदालत में पेश करेगी और आगे की पूछताछ जारी रखने के लिए उनकी हिरासत माँगेगी. जानकारी के मुताबिक, संजय राउत के घर से ईडी ने 11.50 लाख रुपये भी जब्त किये हैं.
वे शिवसेना को खत्म करने आ रहे- संजय राउत
ईडी दफ्तर पहुंचने के बाद संजय राउत ने मीडिया से भी बात की. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को कमजोर करने की कोशिश हो रही है, लेकिन वह झुकेंगे नहीं. उन्होंने कहा कि झूठ सबूत गढ़कर ईडी उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है. महाराष्ट्र कमज़ोर हो रहा है, जाओ पेड़े बाँटो. बेशर्मों, बाँटो पेड़े, वे महाराष्ट्र पर हमले करने आ रहे हैं. शिवसेना को खत्म करने आ रहे हैं.
वहीं उनके भाई सुनील राउत ने कहा कि ईडी संजय राउत से डरती है, इसलिए गिरफ्तार कर लिया है. सुनील ने कहा कि फर्जी दस्तावेज के सहारे संजय राउत को पात्रा चॉल से जोड़ने की कोशिश हो रही है. यह गिरफ्तारी सिर्फ उनकी आवाज को दबाने के लिए की गई है. जो भी पैसा घर से मिला है, वो शिवसैनिकों के अयोध्या दौरे का था.
पहले भी ईडी कर चुकी है कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि ईडी की कार्रवाई में अब तक संजय राउत की अलीबाग की जमीन और मुंबई में दादर वाला फ्लैट जब्त किया जा चुका है. 5 अप्रैल 2022 को ED ने संजय राऊत और उनकी पत्नी वर्षा राऊत से जुड़ी 11 करोड़ रुपए से अधिक की सम्पति कुर्क की थी. ED ने उन्हें 28 जून को पेश होकर जवाब देने के लिए कहा गया था, पर वो उपस्थित नहीं हुए. तब उन्होंने खुद को गिरफ्तार करने की चुनौती भी दी थी. राऊत को सबसे हालिया समन 27 जुलाई को भेजा गया था. इसके अलावा उनके ऊपर हाल में वकोला थाने में एफआईआर भी हुई है. आरोप है कि उन्होंने केस की गवाब स्वप्ना पाटकर को धमकाया.
क्या है मामला
ईडी के मुताबिक, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल को पुनर्विकसित करने का काम मिला था. यह काम MHADA ने उसे सौंपा था. इसके तहत मुंबई के गोरेगांव में 47 एकड़ में पात्रा चॉल में 672 किरायेदारों के घरों पुनर्विकसित होने थे. जांच में सामने आया कि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने गैरकानूनी तरीके से 1,034.79 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की. आगे चलकर उसने गैरकानूनी तरीके से ही इस रकम को अपने सहयोगियों को ट्रांसफर कर दी. ED के मुताबिक गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की सिस्टर कंपनी है. जांच में सामने आया कि HDIL ने करीब 100 करोड़ रुपये प्रवीण राउत के खाते में जमा कराए थे. 2010 में प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में 83 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे. इस रकम से वर्षा राउत ने दादर में एक फ्लैट खरीदा. ED की जांच शुरू होने के बाद वर्षा राउत ने माधुरी राउत के खाते में 55 लाख रुपये भेजे थे.