बिहार के हाजीपुर और मुंगेर से पुलिस ने साधु का वेश धारण किए हुए 9 मुस्लिम युवकों को हिरासत में लिया है. मुस्लिम युवकों के आतंकी तार जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है. पुलिस पता लगा रही है कि मुस्लिम युवकों ने साधु का वेश क्यों धारण किया, या फिर यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं है.
खबरों के मुताबिक, हाजीपुर में 25 जुलाई 2022 को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने 6 मुस्लिम युवकों को पकड़ा. मुस्लिम युवक हिंदू साधू की वेशभूषा में भिक्षा मांग रहे थे. उन्होंने शरीर भगवा कपड़े धारण कर रखे थे. इन सभी को कदमघाट इलाके से पकड़ा गया. पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि सभी 6 मुस्लिम युवक यूपी बहराइच के रहने वाले हैं. इनके साथ एक बसहा बैल भी था. बता दें, हिन्दू साधु बसहा बैल को लेकर भिक्षा मांगने के लिए निकलते हैं. बसहा बैल को भगवान शिव की सवारी माना जाता है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार युवकों के नाम करीम अहमद उम्र 38 साल, सैयद अली उम्र 40 साल, हसन उम्र 30 साल, महबूब उम्र 32 साल, हलीम अहमद उम्र 35 साल और सुबराती उम्र 30 साल है.
इसी तरह की एक घटना बिहार के ही मुंगेर जिले से सामने आई, जहाँ 3 मुस्लिम युवकों को हिन्दू साधु की वेशभूषा में भिक्षा माँगते हुए पकड़ा गया. खड़गपुर पुलिस ने सभी को हिरासत में लिया है. पूछताछ में पता चला है कि इनमें से दो उत्तर प्रदेश के बहराइच के ही और एक यूपी फैजाबाद का रहना वाला है. ये तीनों भी बहसा बैल लेकर ही भिक्षा मांगने निकले थे. दोनों ही घटनाओं में मुस्लिम युवकों ने अपना नाम भी हिन्दुओं वाला रखा हुआ था.
जानकारी के मुताबिक, स्थानीय लोगों को इन पर शक हुआ, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इस सम्बन्ध में सूचित किया गया. खड़गपुर प्रखंड के कई गाँवों में इन्हें साधु की वेशभूषा में भिक्षा माँगते हुए देखा गया था. इनकी पहचान नईमुद्दीन, सद्दाम और सलमान के रूप में हुई है. बता दें कि, मुंगेर, बाँका और भागलपुर से बड़ी संख्या में काँवड़िए यात्रा पर निकलते हैं, ऐसे में पुलिस भी सतर्क है और इलाके में ये घटना चर्चा का विषय भी बनी हुई है.