यूपी में धार्मिक यात्राओं/जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र पर पाबंदी, अधिकारी जनता से मिलकर उनकी समस्याओं का मेरिट पर निस्तारण करें- सीएम योगी

सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आम आदमी की संतुष्टि सबसे महत्वपूर्ण है. आम आदमी को न्याय पाने का अधिकार है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को मंडल, रेंज, जोन और जनपद में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ कांवड़ यात्रा के सुगम व शांतिपूर्ण आयोजन, स्वतंत्रता सप्ताह के सफल आयोजन के सम्बंध में दिशा-निर्देश दिए. वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से हुई इस विशेष बैठक में सीएम योगी ने आईजीआरएस, जनता दर्शन और सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों के थाना, तहसील व जिला स्तर की रैंकिंग के अनुसार अधिकारियों को कार्यप्रणाली को बेहतर करने के निर्देश भी दिए.

जनसमस्याओं के निस्तारण को दें प्राथमिकता

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आम आदमी की संतुष्टि सबसे महत्वपूर्ण है. आम आदमी को न्याय पाने का अधिकार है. इस अवधि में अधिकारी जनता से मिलें, शिकायतें/समस्याएं सुनें और मेरिट पर निस्तारण करें. आईजीआरएस/सीएम हेल्पलाइन जनता की समस्याओं के निदान का अच्छा माध्यम बन कर उभरा है. इसके प्रकरण लंबित न रहें. इनकी हर कार्यालय में सतत समीक्षा होनी चाहिए. फील्ड में तैनात अधिकारी/कर्मचारी जनसमस्याओं के निस्तारण को शीर्ष प्राथमिकता दें. सीएम ने कहा कि आमजन के साथ संवेदनशील व्यवहार रखें. जनता की संतुष्टि ही अधिकारियों के प्रदर्शन की श्रेष्ठता का मानक होगा. सोमवार से शनिवार तक जन हित से सीधे जुड़ाव रखने वाले कार्यालयों में हर दिन एक घंटे की अवधि जनसुनवाई कर शिकायतें/समस्याएं को मेरिट पर निस्तारण करें.

कांवड़ यात्रा को लेकर दिए निर्देश

सीएम योगी ने कहा, लगभग दो वर्ष के अंतराल के बाद इस बार कांवड़ यात्रा आयोजित हो रही है. बड़ी संख्या में लोग जलाभिषेक के लिए आवागमन कर रहे हैं. कांवड़ यात्रा सुचारू रूप से चल रही है. ऐसे में हमें और सावधान-सतर्क रहना होगा. कांवड़ यात्रा मार्ग पर जगह-जगह हेल्थ पोस्ट स्थापित किए जाएं. इसके साथ-साथ अन्य यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए ट्रैफिक रूट डायवर्जन भी किया जाना चहिए.

धार्मिक यात्राओं/जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं

सीएम योगी ने कहा कि धार्मिक यात्राओं/जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए. ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो. जुलूस में परंपरागत वाद्य यंत्र बजाए जा सकते हैं. सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ संवाद बनाएं. लोगों के लिए सकारात्मक संदेश जारी कराएं. पीस कमेटी की बैठक कर लें. मीडिया का सहयोग लें, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे.

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