उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हालही में शुरू हुए लुलु मॉल में मुस्लिमों द्वारा नमाज पढ़े जाने के बाद मचे बवाल के बाद माल की सुरक्षा को और मजबूत किया गया है. लुलु मॉल के मैनजमैंट ने मॉल के हर फ्लोर पर सिक्योरिटी को बढ़ाते हुए 200 सुरक्षा गार्डों को तैनात कर दिया है. इसके साथ ही मॉल में लगे 1016 CCTV कैमरों को एक्टिव कर दिया है. साथ ही मॉल प्रबंधन ने मॉल के भीतर नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ FIR दर्ज कर उचित कार्रवाई करने की बात कही है.
पुलिस का एक्शन
रिपोर्ट के मुताबिक लुलु मॉल प्रबंधन ने ये फैसला करणी सेना से जुड़े 10 लोगों को कस्टडी में लिए जाने के बाद लिया है. जानकारी के मुताबिक, करणी सेना के लोग मॉल का बॉयकॉट करने वाले पोस्टर लिए हुए थे. इस बीच लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने एक्शन लेते हुए गोल्फ सिटी के SHO अजय प्रताप सिंह को पुलिस लाइन अटैच कर लिया है. उनके स्थान पर शैलेंद्र गिरि को नया SHO नियुक्त किया गया है. साथ ही साउथ जोन के DCP गोपाल चौधरी को क्राइम ब्रांच का DCP बना दिया गया है.
प्रतिष्ठान में धार्मिक प्रथाओं में शामिल होना प्रतिबंधित
लुलु मॉल की छवि को सुधारने के लिए मॉल प्रबंधन ने उन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिन्होंने कुछ दिन पहले इसके परिसर में नमाज अदा की थी. लुलु इंडिया शॉपिंग मॉल, लखनऊ के क्षेत्रीय निदेशक जयकुमार गंगाधर ने कहा, “प्रतिष्ठान में धार्मिक प्रथाओं में शामिल होना प्रतिबंधित है.”
मॉल को निशाना बनाने की कोशिश
गंगाधर ने कहा कि कुछ स्वार्थी तत्व लुलु मॉल को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे थे. मॉल प्रशासन ने पहले एक नोटिस जारी कर कहा था कि मॉल परिसर में किसी भी धार्मिक प्रार्थना की अनुमति नहीं दी जाएगी. लोगों द्वारा नमाज अदा करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह नया निर्देश आया है. मॉल प्रबंधन ने दावा किया कि उसके यहाँ 80% से अधिक कर्मचारी हिन्दू हैं और बाकी मुस्लिम, ईसाई व अन्य हैं.
नमाजियों पर FIR दर्ज
लुलु मॉल प्रबंधन की तरफ से एक पत्र जारी कर कहा गया है कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व हमारे प्रतिष्ठान को निशाना बनाने का प्रसाय कर रहे हैं. जिन लोगों ने सार्वजनिक स्थान पर प्रार्थना एवं नमाज पढ़ने की कुत्सिका चेष्टा की उनके खिलाफ मॉल प्रबंधन ने FIR कराकर उचित कार्रवाई की है.