प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की नई उचाईयों को छू रहा है. शनिवार को पीएम मोदी ने यूपी में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया. चित्रकूट को लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले इस फोर-लेन एक्सप्रेसवे की आधारशिला पीएम मोदी ने फरवरी 2020 में रखी थी. एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन से पहले पीएम ने एक प्रदर्शनी का भी निरीक्षण किया. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल आनंदी बेन पटेल मौजूद रहे.
बदल रही यूपी की तस्वीर
पीएम मोदी ने एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान कहा कि “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी की तस्वीर लगातार बदल रही है. एक्सप्रेस सिर्फ वाहनों को ही गति नहीं देगा,बल्कि पूरे औद्योगिक गति को रफ्तार मिलेगी. पीएम मोदी ने कहा कि जिस धरती ने अनगिनत सूरवीर पैदा किए, जहां के खून में भारत भक्ति बहती है, जहां के बेटे-बेटियों के पराक्रम और परिश्रम ने हमेशा देश का नाम रोशन किया है, उस बुंदेलखंड की धरती को आज एक्सप्रेसवे का उपहार देते हुए, उत्तर प्रदेश का सांसद होने के नाते मुझे बहुत खुशी हो रही है.”
यूपी में बदलाव अभूतपूर्व
पीएम मोदी ने कहा, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से चित्रकूट से दिल्ली की दूरी तो 3-4 घंटे कम हुई ही है, लेकिन इसका लाभ इससे भी कहीं ज्यादा है. ये एक्सप्रेसवे यहां सिर्फ वाहनों को गति नहीं देगा, बल्कि ये पूरे बुंदेलखंड की औद्योगिक प्रगति को गति देगा. उन्होंने कहा, एक समय था जब माना जाता था कि यातायात के आधुनिक साधनों पर पहला अधिकार सिर्फ बड़े-बड़े शहरों का ही है. लेकिन अब सरकार भी बदली है, मिजाज भी बदला है. ये मोदी है, ये योगी है. पुरानी सोच को पीछे छोड़कर, हम एक नए तरीके से आगे बढ़ रहे हैं. डबल इंजन की सरकार में आज यूपी जिस तरह आधुनिक हो रहा है, ये अभूतपूर्व है.
सीएम योगी से की अपील
पीएम मोदी ने सीएम योगी से कहा कि यूपी के ऐतिहासिक किले देखने के लिए लोग बाहर से आते हैं. उन्होंने सीएम योगी से अपील करते हुए कहा कि वह सर्दियों में एक प्रतियोगिता का आयोजन करें. इसमें युवाओं को आमंत्रित करें और किले पर चढ़ने की प्रतियोगिता रखें. ये आसान रास्ते से नहीं, बल्कि कठिन रास्ते से हो. युवा बाहर से आएंगे, रात में ठहरेंगे, इससे यहां रोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे.
पीएम ने कहा कि पहले की सरकार के समय यूपी में हर साल औसतन 50 किमी रेल लाइन का दोहरीकरण होता था, आज औसतन 200 किमी रेल लाइन का दोहरीकरण हो रहा है. 2014 से पहले यूपी में सिर्फ 11,000 कॉमन सर्विस सेंटर थे, आज यूपी में 1.30 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर काम कर रहे हैं. विकास की जिस धारा पर आज देश चल रहा है उसके मूल में दो पहलू हैं. एक है इरादा और दूसरा है मर्यादा. हम देश के वर्तमान के लिए नई सुविधाएं ही नहीं गढ़ रहे बल्कि देश का भविष्य भी गढ़ रहे हैं.