गुजरात दंगों में रची गई साजिश की जांच कर रही SIT ने समाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ पर बड़ा खुलासा किया है. एसआईटी ने अपने हलफनामे में कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सलाहकार अहमद पटेल के जरिए तीस्ता को गोधरा कांड के बाद 30 लाख रुपये दिए गये थे. SIT ने कोर्ट में तीस्ता को जमानत ना देने के लिए हलफनामा पेश किया है. SIT ने बताया कि नरेंद्र मोदी को फंसाने की लिए रची गई साजिश के सूत्रधार कांग्रेस नेता अहमद पटेल थे. हलफनामे के मुताबिक पैसे की लेनदेन सर्किट हाउस में हुई थी जिसके सुबूत और गवाह भी हैं.
तीस्ता को दिए गए 30 लाख
न्यायालय में दिए गए हलफनामे में SIT ने कहा तीस्ता की अहमद पटेल से मीटिंग हुई थी और पहली किश्त के तौर पर तीस्ता को 5 लाख रुपए मिले थे. अहमद पटेल ने ये रुपए एक गवाह के माध्यम से भिजवाए थे. 2 दिनों बाद तीस्ता सीतलवाड़ और अहमद पटेल फिर से अहमदाबाद के एक सर्किट हाउस में मिले, जहाँ तीस्ता को फिर से 25 लाख रुपए दिए गए. यह पैसा किसी भी राहत कार्य में प्रयोग नहीं हुआ. तीस्ता की अहमद पटेल से मीटिंग हुई थी और पहली किश्त के तौर पर तीस्ता को 5 लाख रुपए मिले थे. अहमद पटेल ने ये रुपए एक गवाह के माध्यम से भिजवाए थे. 2 दिनों बाद तीस्ता सीतलवाड़ और अहमद पटेल फिर से अहमदाबाद के एक सर्किट हाउस में मिले, जहाँ तीस्ता को फिर से 25 लाख रुपए दिए गए. यह पैसा किसी भी राहत कार्य में प्रयोग नहीं हुआ.
गलत जगह किया गया पैसे का इस्तेमाल
SIT ने तीस्ता सीतलवाड़ पर चंदे से मिले पैसे का निजी कार्यों में उपयोग करने का भी आरोप लगाया है. तीस्ता पर फ़िरोज़ खान पठान नाम के एक व्यक्ति ने FIR भी दर्ज करवा रखी है. फ़िरोज़ के मुताबिक तीस्ता के खातों में लाखों रुपए दंगों में मारे गए लोगों के पुनर्वास और उनके म्यूजियम बनाने के लिए डाले थे लेकिन उन पैसों को कहीं और इस्तेमाल किया गया.
हलफनामे के मुताबिक तीस्ता सीतलवाड़ ने दिवंगत पूर्व गृहमंत्री हिरेन पंड्या के पिता को भी सम्पर्क किया था, जिनकी हत्या कर दी गई थी. तीस्ता ने हिरेन के पिता विट्ठलभाई को भी अपने NGO सिटीजन फॉर जस्टिस एन्ड पीस (CJP) में शामिल होने का ऑफर दिया था. इस दौरान तीस्ता ने एडवोकेट सोहैल द्वारा बनाई गई एक शिकायत पर विट्ठलभाई से दस्तखत करने को भी कहा था लेकिन कई बेगुनाहों का नाम देख कर विट्ठलभाई ने मना कर दिया था.