आज का भारत पुराने दौर की व्यवस्थाओं से तेजी से बाहर निकल रहा है. बीते सात-आठ साल में देश आर्थिक, समाजिक प्रगति के साथ-साथ तकनीकी क्षेत्रों में भी मजबूती से आगे बढ़ा है. भारत के इसी आधुनिक तकनीक से भरे डिजिटल युग की चर्चा डिजिटल इंडिया वीक 2022 समारोह के हिस्से के रूप में इंडिया स्टैक नॉलेज एक्सचेंज पर एक तीन दिवसीय वर्चुअल कार्यक्रम 7 जुलाई 2022 को शुरू हुआ. पीएम मोदी ने 4 जुलाई 2022 को Indiastack.global की शुरुआत की थी, जो इंडिया स्टैक पर सभी प्रमुख परियोजनाओं का एकमात्र भंडार है.
क्या है इंडिया स्टैक नॉलेज एक्सचेंज ?
देश को डिजिटल बनाने के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता जमीनी स्तर पर काफी सकारात्मक परिणाम दिखा रही है. डिजिटल इंडिया वीक के हिस्से के रूप में यह आयोजन डिजिटल दुनिया- द इंडिया स्टैक में भारत के सबसे महत्वपूर्ण योगदान को प्रदर्शित करने का एक अवसर है. ‘द इंडिया स्टैक’ भारत की 1.4 अरब आबादी को डिजिटल युग में लाने के लिए एक एकीकृत सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म है. इस कार्यक्रम में दुनियाभर से आए लोगों की भागीदारी देखी गई. द इंडिया स्टैक भारत की 1.4 अरब आबादी को डिजिटल युग में लाने के लिए एक एकीकृत सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म है.
बुनियादी निर्माण के लिए प्लेटफॉर्म
भारत में हुए डिजिटल विकास को प्रदर्शित करने के लिए आयोजित हो रहे इसे कार्यक्रम का उद्देश्य इंडिया स्टैक के बुनियादी निर्माण खंडों को एक दिशा देना है. इस कार्यक्रम में सरकार, उद्योग और शिक्षा जगत से राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह के 5,654 से अधिक रजिस्टर्ड प्रतिभागियों ने भाग लिया. यह आयोजन ग्लोबल डिजिटल पब्लिक गुड्स के भंडार में भारत के लिए एक नॉलेज एक्सचेंज प्लेटफॉर्म के रूप में काम कर रहा है. डिजिटल इंडिया वीक 2022 के हिस्से के रूप में आयोजित इस कार्यक्रम के माध्यम से इंडिया स्टैक के बुनियादी निर्माण खंडों को एक दिशा देना है, जो भारत में डिजिटल बदलाव ला रहा है.
डिजिटल इंडिया वीक का आयोजन
भारत सरकार की डिजिटल इंडिया कार्यक्रम की सफलता और इसकी व्यापकता पर विस्तार से चर्चा के लिए डिजिटल इंडिया वीक का आयोजन किया जा रहा है. एक सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने टेक्नोलॉजी की पहुंच बढ़ाने, जीवन को आसान बनाने के लिए सर्विस डिलीवरी को सुव्यवस्थित करने और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई डिजिटल पहल शुरू की. केंद्र सरकार डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को लगातार विस्तार देने और अंतिम पायदान तक के लोगों के बीच पहुंचाने के लिए प्रयासरत है. इसका सकारात्मक प्रभाव नागरिकों के जीवन में सभी पहलुओं में महसूस किया जा रहा है, जो कि टिकाऊ, सस्ती और परिवर्तनकारी तकनीक पर आधारित डिजिटल पहुंच, सेवाओं की डिजिटल डिलीवरी और सभी का डिजिटल समावेश सुनिश्चित कर रहा है.
डिजिटल परिवर्तन की ओर भारत
डिजिटल इंडिया कार्यक्रम 1 जुलाई 2015 को पीएम मोदी के द्वारा देश को डिजिटल रूप से सशक्त अर्थव्यवस्था में बदलने की दृष्टि से शुरू किया गया था. भारत ने इनोवेटिव डिजिटल परियोजनाओं का बीड़ा उठाया है और आबादी के पैमाने पर परिवर्तनकारी परियोजनाओं को लागू किया है. विभिन्न सेवाओं और पहलों का लाभ ग्रामीण इलाकों में रहने वाले आम आदमी को डिजिटल समावेश सुनिश्चित करने के लिए मिला है. डिजिटल परिवर्तन की भारत की कहानी डिजिटल इनोवेशन, कार्यान्वयन और समावेशन की कहानी है.