पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा हिंदू देवी ‘काली’ पर विवादित टिप्पणी के बाद अपनी ही पार्टी के निशाने पर आ गई हैं. महुआ मोइत्रा ने मां काली को ‘मांस खाने वाली और शराब पीने वाली देवी’ बताया था. मोइत्रा के इस बयान के बाद पार्टी ने उनसे दूरी बना ली है. महुआ मोइत्रा के बयान के खिलाफ बीजेपी प्रदर्शन कर रही है. भाजपा ने टीएमसी से महुआ मोइत्रा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने के लिए कहा है.
फिल्म ‘काली’ के पोस्टर पर विवाद
बता दें, फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई ने शनिवार 2 जुलाई 2022 को डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ का विवादित पोस्टर ट्विटर पर शेयर किया था. फिल्म के पोस्टर में माँ काली को सिगरेट पीते और एलजीबीटीक्यू का झंडा पकड़े हुए दिखाया गया है. इस पोस्टर के सामने आने के बाद लीना पर हिन्दू धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप लगने लगे. पोस्टर से आहत लोग लीना मणिमेकलाई की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
महुआ मोइत्रा का विवादित बयान
इसी पोस्टर को लेकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने एक टीवी चैनल पर 5 जुलाई 2022 को बयान दिया. उन्होंने कहा कि, मेरे लिए काली मांस खाने वाली, शराब स्वीकार करने वाली देवी हैं. आपको अपनी देवी की कल्पना करने की आज़ादी है. कुछ जगहों पर देवी-देवताओं को व्हिस्की अर्पित की जाती है और कुछ जगहों पर यह घोर पाप है. उन्होंने कहा सिक्किम में माँ काली को व्हिस्की चढ़ाई जाती है, जबकि किसी दूसरी जगह ये ईशनिंदा हो सकती है. जैसे उत्तर प्रदेश में जाकर माँ काली को प्रसाद के रूप में व्हिस्की चढाने की बात की जाए तो वो इसे ईशनिंदा कहेंगे.
टीएमसी ने बयान से किया किनारा
वहीं, महुआ के इस बयान के बाद विरोध बढ़ा तो TMC ने उसने किनारा कर लिया. टीएमसी पार्टी की तरफ से कहा गया कि महुआ मोईत्रा के यह निजी विचार हैं. पार्टी किसी भी सूरत में या किसी भी रूप में इसका समर्थन नहीं करती है. ऑल इंडिया तृणमूल कॉन्ग्रेस (AITC) ऐसे किसी भी बयान की पुरजोर निंदा करती है.
बता दें, विवाद बढ़ने पर महुआ मोइत्रा ने भी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि मैंने कभी किसी फिल्म या पोस्टर का समर्थन नहीं किया. ना ही धूम्रपान शब्द का उल्लेख किया. मेरी सलाह है कि आप तारापीठ में मेरी मां काली के यहां जाएं और देखें कि वहां भोग के रूप में खाना और शराब दी जाती है. जय मां तारा.