महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के बवाल के बाद उद्धव सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि उनके साथ 40 से ज्यादा विधायकों का सहयोग है. शिंदे ने मीडिया में बयान दिया है कि सिर्फ शिवसेना के ही 40 विधायक मेरे साथ है. हम लोग बालासाहेब के हिंदुत्व को आगे लेकर जाएंगे. हमने बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना को नहीं छोड़ा. बता दें, शिंदे बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी पहुंच गए हैं. महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने आज कैबिनेट मीटिंग बुलाई है.
बातें बढ़ा-चढ़ाकर की जा रहीं- संजय राउत
इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने मीडिया के सामने बड़ा बयान दिया है. संजय राउत ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा हम सत्ता खो देंगे. पार्टी की प्रतिष्ठा सबसे ऊपर है उसके बाद ही सबकुछ. फिलहाल अच्छे माहौल में बात हो रही है. बातें बढ़ा-चढ़ाकर की जा रही हैं.
शिंदे से बातचीत जारी- संजय राउत
उन्होंने कहा कि “एकनाथ शिंदे हमारे बहुत अच्छे मित्र हैं. सालों साल से हम एक दूसरे के साथ काम कर रहे हैं. उनके लिए आसान नहीं है पार्टी छोड़ना और हमारे लिए भी उनको छोड़ना आसान नहीं है. राउत ने कहा कि जो विधायक एकनाथ शिंदे के साथ हैं, उनसे बातचीत चल रही है, सब शिवसेना में रहेंगे. हमारी पार्टी के लोग लगातार संघर्षशील हैं. बहुत से बहुत हम सत्ता खो देंगे लेकिन हम लड़ते रहेंगे. मैंने आज सुबह उनसे एक घंटे तक बातचीत की और पार्टी प्रमुख को इस बारे में सूचित कर दिया गया है.”
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कुल विधायकों की संख्या 288 है. इनमें भाजपा के पास अभी 106, शिवसेना पर 55, एनसीपी पर 52, और कॉन्ग्रेस पर 42 सीटें हैं. बहुमत के लिए किसी भी दल को 144 सीटें चाहिए. साल 2019 के चुनाव में भाजपा से अलग होकर शिवसेना ने कॉन्ग्रेस-NCP के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. लेकिन अब हालात बदलते नजर आ रहे हैं. महाराष्ट्र में BJP को सरकार बनाने के लिए 30-32 विधायकों की जरूरत है. अगर ऐसे में शिंदे भाजपा को समर्थन दे देते हैं तो उद्धव सरकार गिर जाएगी. यही कारण है कि लगातार उद्धव सरकार इन सभी नेताओं को मनाने का प्रयास कर रही है.