केंद्र सरकार द्वारा सेना भर्ती के लिए लागू की गई ‘अग्निपथ योजना’ का देश भर में छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बिहार में विरोध प्रदर्शन के आढ़ में कई जिलों में हिंसा हुई है. बिहार में कई ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया. साथ ही भारी मात्रा में सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है. वहीं, इस मसले में अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी की एंट्री हो गई है. राहुल ने कहा है कि केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का हाल भी कृषि कानूनों की तरह होगा.
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट कर लिखा है कि “8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का अपमान किया है. मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे. ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर’ बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और ‘अग्निपथ’ को वापस लेना ही पड़ेगा.”
केंद्र सरकार और सेना के आलाधिकारी जहां इस योजना को लेकर छात्रों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं, कांग्रेस द्वारा जंतर-मंतर पर विरोध का फैसला कर इस आग में घी डालने का काम किया है. कॉन्ग्रेस ने घोषणा की है कि अग्निपथ योजना के खिलाफ पार्टी रविवार 19 जून को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेगी. इसमें कई बड़े नेताओं और सांसदों के शामिल होने की बात कही जा रही है.
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, “मोदी सरकार को इस योजना को तुरंत वापस लेना चाहिए. उन्होंने कहा 24 घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा सरकार को नई आर्मी भर्ती का नियम बदलना पड़ा. मतलब, योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है. इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए. एयरफोर्स की रुकी भर्तियों में नियुक्ति और रिजल्ट दीजिए. सेना भर्ती को (आयु में छूट देकर) पहले की तरह कीजिए.”
आपको बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध के बीच केंद्र सरकार ने ‘अग्निवीरों’ को केंद्रीय सशस्त्र बलों एवं असम राइफल्स में 10% आरक्षण देने का फैसला किया है. इसके साथ ही इस बार अभ्यर्थियों की आयु सीमा में भी छूट दी गई है. अब 23 वर्ष तक के अभ्यर्थी सेना में आवेदन कर सकेंगे.