उत्तर प्रदेश के शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन और मुस्लमान से हिन्दू बने वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी अब संन्यास ले सकते हैं। दरअसल हरिद्वार की धर्मसंसद में भड़काऊ भाषण देने के मामले में जमानत मिलने के बाद त्यागी उर्फ रिजवी मंगलवार को हरिद्वार पहुंचे थे। यहां उन्होंने निरंजनी अखाड़े के महंत रवींद्र पुरी से मुलाकात की और संन्यास लेने की इच्छा जताई।
रवींद्र पुरी ने इस मुलाकात की जानकारी देते हुए कहा, ‘जितेंद्र त्यागी अब संन्यास लेकर सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करना चाहते हैं। अखाड़े के पदाधिकारी और संत समाज से चर्चा के बाद उनको सन्यास दिलाने के बारे में निर्णय लिया जाएगा।’
श्रीमहंत रविंद्र पुरी की मानें तो संन्यास से पहले कर्मकांड के अलावा शुद्धिकरण भी होगा। हवन पूजन और तर्पण भी किया जाएगा। क्योंकि परिवार के रहते व्यक्ति संन्यास नहीं ले सकता है। रविंद्र पुरी ने उन्हें अखाड़े के नियमों के बारे में भी बताया।
साथ ही उन्होंने बताया कि जब वे राम मंदिर को लेकर शिया पक्ष की ओर से पैरवी कर रहे थे, तब उन्होंने राम मंदिर की फाइल पढ़ी थी। जिसके बाद उनकी रुचि हिन्दू धर्म में हो गई थी। उन्होंने शिया बोर्ड के चेयरमैन रहते हुए भी कई बार मंदिर हिन्दुओं को देने की बात कही थी।