प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के दूसरे फ्लैट पर छापा मारा. यहाँ से ईडी को करीब 28.90 करोड़ रुपए कैश और 5 किलो सोना मिला. यह छापेमारी गुरुवार 28 जुलाई 2022 सुबह 4 बजे तक चली. अर्पिता ने ये पैसा फ्लैट के टॉयलेट में छिपा रखा था. ईडी की टीम को ये पैसा गिनने में करीब 10 घंटे का समय लगा. बता दें, प्रवर्तन निदेशालय (ED) बंगाल में टीचर भर्ती घोटाले से जुड़े मामले में कार्रवाई कर रही है. अर्पिता मुखर्जी के आवास से अब तक करीब 50 करोड़ रुपए नकद बरामद हो चुके हैं. इससे पहले 23 जुलाई को अर्पिता के एक अन्य घर से ED ने 21 करोड़ रुपए कैश बरामद किए थे.
23 जुलाई को ईडी ने किया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि ईडी ने टीचर भर्ती घोटाले से जुड़े मामले में हाल ही में पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था. अर्पिता मुखर्जी पार्थ चटर्जी की करीबी हैं. 5 दिन पहले ही ईडी को अर्पिता के फ्लैट से 21 करोड़ कैश और तमाम कीमती सामान मिले थे. ईडी ने अर्पिता को 23 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया था.
नोटों का पहाड़ देख ED के उड़े होश
खबरों के मुताबिक, अर्पिता मुखर्जी का कहना है कि पार्थ चटर्जी उनके घर को ‘मिनी बैंक’ की तरह इस्तेमाल करते थे. अर्पिता ने बताया कि पार्थ चटर्जी उनके घर में ही पैसा रखा करते थे. बुधवार को सुबह से ही ईडी ने अर्पिता के चार ठिकानों पर छापामारी शुरू की थी. जब एक टीम दोपहर को बेलघरिया के रथतला स्थित अर्पिता के फ्लैट पर पहुँची, तो ताला बंद था. काफी समय तक ईडी ने इंतजार किया. अंत में ईडी फ्लैट का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी. जैसे ही अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट का ताला तोड़कर ईडी के अधिकारी अंदर गए और जाँच शुरू की तो पैसों का पहाड़ देखकर उनके होश उड़ गए.
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल शिक्षा घोटाले की जाँच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) कर रही है. केंद्रीय एजेंसी ने पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की सिफारिशों पर सरकार द्वारा प्रायोजित व सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह ‘सी’ और ‘डी’ के कर्मचारियों व शिक्षकों की भर्ती में हुई कथित अनियमितताओं की जाँच शुरू की है.